अपूर्तनीय क्षति है डॉ. आरपी मिश्रा की मृत्यु, कोरोना नियमों का पालन जरूरी-सीएमएस
बलरामपुर : विश्व में फैली कोरोना महामारी ने हमारे एक वरिष्ठ सहयोगी डॉ. आरपी मिश्रा को काल के गाल में पहुंचा दिया। डॉ. मिश्रा बहुत ही मिलनसार और सरल स्वभाव के व्यक्ति थे, असमय हुई उनकी मृत्यु से पूरा चिकित्सा संवर्ग दुखी है। सभी कर्मचारी इस घटना से सबक लेते हुए कोरोना संक्रमण से बचाव को विशेष सतर्कता बरतें।
यह बातें संयुक्त जिला चिकित्सालय के नवागत सीएमएस डॉ. नानक सरन ने मंगलवार को शोकसभा में कहीं। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए नियमों का कड़ाई से पालन जरुरी है।
चिकित्सक अस्पताल में मास्क का प्रयोग अवश्य करें, साथ ही अन्य कर्मचारी मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखते हुए पहले स्वयं सुरक्षित रहें। इसके बाद मरीज का इलाज करते हुए उसे एवं घर जाने पर अपने परिवार को इस महामारी से बचाएं। इससे पूर्व सीएमएस ने डॉ. आरपी मिश्रा के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
सर्जन डॉ. अरुण कुमार, पैथोलॉजी डॉ. ए0पी0 मिश्र व निश्चेतक चिकित्सक ने मृतक सर्जन द्वारा किए गए सहयोग के अनुभव को साझा करते हुए अपना दुख व्यक्त किया।
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शोक सभा में डॉ. गिरधर चौहान, डॉ. नितिन बाजपेई, डॉ एके यादव, डॉ. रश्मि यादव, डॉ मयंक श्रीवास्तव, क्वालिटी मैनेजर रुचि पांडेय के साथ चीफ फार्मासिस्ट, स्टाफ नर्स, लैब टेक्नीशियन एवं अन्य संविदा कर्मियों ने भी मृत चिकित्सक के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। सभी ने दो मिनट का मौन धारण करण करते हुए मृत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना भी की।
पत्रकार ओंकार तिवारी की कलम से……………