Tulsipur-दिव्यांग बच्ची को जन्म देने पर पति ने दिया तीन तलाक
बलरामपुर। यूपी के बलरामपुर में पति द्वारा अपनी पत्नी को तीन तलाक दिए जाने का मामला प्रकाश में आया है। शादी के 6 साल बाद ससुरालियों ने दहेज की मांग के लिए महिला को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। ससुरालियों की मांग पूरी नहीं हुई तो पति ने तीन तलाक देकर महिला को मारपीट कर घर से निकाल दिया। इस पर महिला बलरामपुर स्थित ससुराल से तुलसीपुर अपने मायके आ गई और घरवालों को पूरी बात बताई। तीन तलाक पीड़िता सदमे में है और अपने दो दिव्यांग बच्चों के साथ मायके में है। पीड़िता ने एसपी से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है।
तुलसीपुर थाना क्षेत्र के जरवा रोड लाल चौराहे की रहने वाली रफ़्फ़त राबिया की शादी करीब 6 साल पहले बलरामपुर निवासी आदिल अहमद के साथ हुई थी। दोनों के दो बच्चे हैं।आरोप है कि शादी में मिले दहेज से ससुराल वाले नाखुश थे। इसको लेकर आए दिन ससुरालजन पीड़िता को प्रताड़ित करते थे।
पीड़िता ने अपंग/दिव्यांग बच्ची को जन्म दिया तब से पति व अन्य ससुरालजनों ने पीड़िता के साथ और ज्यादा दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया। पीड़िता का जब दूसरे बच्चे को जन्म दिया तो वो बच्चा भी सुचारू रूप से बोलने में असमर्थ है। ससुराल वालों ने पीड़िता को निरंतर कम दहेज लाने का ताना देने के साथ ही अपंग बच्चों को जन्म देने का ताना दिया जाने लगा और लगातार पीड़िता के साथ मारपीट की जाती रही।
पीड़िता ने बताया कि 17 जुलाई 2021 को ससुराल वालों के चढ़ावे में आकर मेरे पति ने मेरी इच्छा के विरुद्ध तीन तलाक देकर दो दिव्यांग नाबालिग बच्चों के साथ घर से भगा दिया।पीड़िता ने यह भी बताया कि 25 अगस्त को ससुराल वाले मेरे घर आए और अपशब्दों का प्रयोग करते हुए कहा कि तुम्हे तलाक दे दिया गया है तुमसे हमारा कोई मतलब नहीं है।
तीन तलाक के बाद पति के भाइयों ने हलाला कराने की बात कहकर दोबारा निकाह कराने की बात कही। तीन तलाक पीड़िता इस वक्त सदमे है और पुलिस अधीक्षक से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है। पीड़िता ने एसपी से ससुरालजनों पर समुचित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उचित कार्रवाई करने की मांग की है।