PWD अधिकारियों ने बिना नोटिस ढहाया दलितों का आशियाना, FIR दर्ज
बलरामपुर। यूपी के बलरामपुर में पुलिस ने बिना नोटिस के दलितों के घर गिराने के आरोप में लोक निर्माण विभाग के अवर अभियंता सहित 6 कर्मचारियों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज किया है।
मामला है तुलसीपुर थाना क्षेत्र के सिरिया नाले के पास देवीपाटन क्षेत्र का। यहां के हर्रैया तुलसीपुर मार्ग के पास पांच लोग पक्के मकान बनाकर रह रहे थे। सभी व्यक्ति आदिशक्ति मां देवी पाटन शक्तिपीठ मंदिर में सफाई कर्मचारी के पद पर तैनात हैं। इस मंदिर के संरक्षक सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं।
27 अगस्त को मुख्यमंत्री के संभावित दौरे को लेकर सफाई करने के लिए उनकी ड्यूटी लगी थी। घर में सिर्फ महिलाएं थीं।
आरोप है कि बिना किसी सूचना के लोक निर्माण विभाग के अवर अभियंता बेचन राम, जेई डीएन श्रीवास्तव, अनुपम कुमार, मेघ प्रकाश, अनुचर प्रमोद तथा वहीं के निवासी राजेश तिवारी घर पर पहुंचे और महिलाओं के विरोध करने के बाद भी जबरन उनका घर ढ़हा दिया। लोक निर्माण विभाग के कर्मचारियों ने महिलाओं से अभद्रता करते हुए उन्हे जाति सूचक गालियां भी दीं।
किसी मकान को गिराने के लिए पूर्व में नोटिस दी जाती है। इसके अलावा थाना, स्थानीय तहसील प्रशासन को भी मामले की सूचना दी जाती है, जो कि लोक निर्माण विभाग के द्वारा कोई सूचना नहीं दी गई थी और जबरन मकान गिरा दिया गया। मामले को लेकर पीड़ितों की तहरीर पर तुलसीपुर थाने में लोक निर्माण विभाग के अवर अभियंता बेचन राम, जेई डीएन श्रीवास्तव, अनुपम कुमार, मेघ प्रकाश, अनुचर प्रमोद व राजेश तिवारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने बताया मुकदमा दर्ज कर घटना की जांच की जा रही है, दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।