बलरामपुर में पूर्व मंत्री व भानू त्रिपाठी समेत 15 सपा नेताओ ने दी गिरफ्तारी
बलरामपुर। प्रदेश नेतृत्व के आहवान पर समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री की अगुवाई में जिले में जोरदार प्रदर्शन की तैयारी चल रही थी। किसानों के समर्थन में पूर्व मंत्री अपने सैंकड़ो समर्थकों के साथ कलेक्ट्रेट जाकर डीएम को ज्ञापन देने की मांग कर रहे थे। लेकिन पुलिस प्रशासन ने पूर्व मंत्री एसपी यादव समेत सैंकड़ो कार्यकर्ताओं को उनके आवास पर ही नजरबन्द कर दिया।
लगातार कार्यकर्ताओं की नारेबाजी व निकलने के प्रयास को देखते हुए सीओ व एसडीएम ने मोर्चा संभाला और 2 बार पूर्व मंत्री से वार्ता की लेकिन वार्ता असफल रही। सीओ वरुण कुमार ने एसपी हेमंत कुटियाल से वार्ता के बाद पूर्व मंत्री एसपी यादव समेत 15 सपा नेताओं को गिरफ्तार कर पुलिस लाइन भेज दिया। नेताओ की गिरफ्तारी के बाद सपा कार्यकर्ताओं को नियंत्रित करने के लिए पूर्व मंत्री के आवास पर भारी पुलिस बल तैनात कर कार्यकताओं को भी नजरबन्द कर दिया है।
समाजवादी सरकार में कद्दावर नेता मने जाने वाले पूर्व चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ0 एसपी यादव ने कहा ये सरकार महज अडानी और अम्बानी को फायदा पहुंचाने के लिए ये कानून लेकर आयी है। इससे किसानों का कोई भी भला नही होने वाला है। ये सरकार लगातार दमन कारी नीति चलाकर सबका उत्पीड़न कर रही है। हमारे प्रदर्शन और ज्ञापन देने के संवैधानिक अधिकारों का हनन कर रही है। हमे व हमारे तमाम पूर्व विधायक जगराम पासवान, मसूद खा, अनवर महमूद सहित जिलाध्यक्ष राम निवास मौर्य को उनके घर पर ही नजर बन्द कर दिया है और अब मुझे भी गिरफ्तार करके ले जाया जा रहा है। लेकिन या आवाज दबने वाली नही है।
तुलसीपुर विधानसभा से अपनी दावेदारी ठोंक रहे सपा नेता भानू त्रिपाठी ने कहा कि हम महज ज्ञापन देना चाहते थे न जाने इस सरकार को क्या डर है, इस तरह पुलिसिया उत्पीड़न जनता देख रही है आने वाला वक्त हमारा है और जनता खुद इन्हें गद्दी से उतार देगी। 2022 में पूर्ण बहुमत से सपा की सरकार उत्तप्रदेश में बनेगी।
पूरे मामले पर सीओ सिटी वरुण कुमार ने बताया कि कुछ गुट के लोग किसानों के आंदोलन को समर्थन देने के लिए ज्ञापन देने का कार्यक्रम कर रहे थे जो शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हो रहा है, समाजवादी पार्टी द्वारा घर से ज्ञापन देने का विरोध किया गया जिसपर कुल 15 सपा नेताओं को पुलिस लाइन में निरुद्ध किया गया है बाकी सभी स्थानों पर शन्ति व्यवस्था कायम है।