ASP से मिला सपा का डेलिगेशन, डॉ0 भानु पर दर्ज मुकदमे को बताया फर्जी, निष्पक्ष जांच की रखी मांग
बलरामपुर। यूपी के बलरामपुर जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव की सरगर्मी के बीच सपा नेता डॉ0 भानु त्रिपाठी पर दलित उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद से जिले की सियासत गर्म हो चुकी है। समाजवादी पार्टी एक सुर में इस मुकदमे को भाजपा विधायक व जिलाध्यक्ष की साजिश करार दे रहे हैं। सपा नेता पर दलित उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराने वाला व्यक्ति भाजपा जिलाध्यक्ष का आदमी बताया जाता है और तुलसीपुर भाजपा कार्यालय पर आने वाले मेहमानों के चाय पानी की व्यवस्था भी वही देखता है। जी हां ये हम नही कह रहे बीजेपी जिलाध्यक्ष खुद बताते हैं।
समाजवादी पार्टी ने यह ऐलान भी किया है कि सपा नेता पर दर्ज मुकदमा अगर हटाया नहीं गया तो समाजवादी पार्टी बड़े पैमाने पर आंदोलन के लिए बाध्य होगी। इसी मामले को लेकर आज समाजवादी सरकार में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री रहे डॉ0 एसपी यादव की अगुवाई में सपा के एक डेलिगेशन ने आज अपर पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की। डेलिगेशन की अगुवाई कर रहे पूर्व मंत्री ने एएसपी को पूरे मामले से अवगत कराया साथ ही निष्पक्ष जांच की मांग की। पूर्व मंत्री ने मीडिया से मुखातिब होते हुए बताया कि समाजवादी पार्टी के नेता डॉ0 भानु त्रिपाठी पर महज इसलिए मुकदमा दर्ज कर दिया गया है क्योंकि भाजपा के लोगों को यह पता है कि सपा का ही बोर्ड बनने वाला है और जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी सपा के खाते में जाने वाली है। इसलिए जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में अग्रणी भूमिका निभाने वाले सपा नेता पर साजिशन फर्जी मुकदमा लगाया गया है। जिससे सपा के जिला पंचायत सदस्य डर जाए और सपा का जिला पंचायत अध्यक्ष न बन सके।